नगर पालिका के इतिहास में पहली बार किसी जांच को बडी तेजी के साथ अंजाम दिया गया है। ओपन जिम प्रकरण में दो सदस्य समिति ने जांच करते हुए अपनी रिपोर्ट ईओ को सौंपी है। जिसमें जांच समिति ने कोई वित्तीय अनियमितता नहीं होना दर्शाया है। कमाल की बात तो यह है कि मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के तहत नव विस्तारित क्षेत्र वार्ड संख्या 21 में ओपन जिम लगाया जाना था, लेकिन ओपन जिम का सामान वार्ड 39 में स्थित एक पार्क में लगा दिया गया। जांच समिति ने उक्त स्थान की दूरी करीब 150 मीटर बताकर योजना का स्वरूप ही बदल दिया। फिलहाल ईओ ने इस मामले में निर्माण विभाग के जेई और ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस दिया है।
नगर पालिका में मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के तहत ओपन जिम लगाने को लेकर बडा गडबडझाला हुआ है। योजना के तहत नव विस्तारण क्षेत्र वार्ड संख्या 21 में ओपन जिम लगाया जाना था, लेकिन नगर पालिका ने शहर की आबादी के बीच वार्ड 39 में स्थित एक पार्क में ओपन जिम का सामान लगा दिया। बताया जाता है कि 27 फरवरी में ही 6.35 लाख का भुगतान भी हो गया। इस मामले में ईओ डा. प्रज्ञा सिंह के द्वारा दो सदस्य जांच समिति बनाई गई। बुधवार को जांच समिति में एई सुनील कुमार जलकल और जेई निर्माण राजीव सोनकर के द्वारा मौके पर पहुंचकर जांच की गई। जांच में दोनों अधिकारियों को कोई वित्तीय अनियमितता नहीं मिली है। केवल स्थान परिवर्तन मिला है। जिसे उन्होंने अपनी जांच में गलत नहीं बताया है। दोनों अधिकारियों ने ईओ को रिपोर्ट सौंपी है कि वार्ड 21 से उक्त स्थान जहां पर ओपन जिम लगा है उसकी दूरी करीब 150 मीटर है। दोनों वार्ड के लोग ओपन जिम का लाभ उठा रहे है। उधर ईओ ने जेई निर्माण कपिल कुमार और ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस दिया है। सूत्रों का कहना है कि वार्ड 39 से ओपन जिम का सामान उखाडकर वार्ड 21 में लगाया जा सकता है।