ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व का पावन महाभारत कालीन पौराणिक शुकतीर्थ को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने की पहल शुरू हो गई है। एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह ने शुकतीर्थ को नगर पंचायत बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया है। उन्होंने प्रस्ताव तैयार कर डीएम के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है। अब डीएम की स्वीकृति के बाद यह प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। शासन स्तर से मोहर लगने पर शुकतीर्थ को नगर पंचायत बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा शुकतीर्थ के समुचित विकास के लिए शुकतीर्थ विकास परिषद् का गठन भी किया जा चुका है। शुकतीर्थ में वीवीआईपी का आवागमन के दौरान जिला प्रशासन को सुरक्षा और व्यवस्था बनाने के लिए संसाधन जुटाने के लिए जिला मुख्यालय पर निर्भर रहना पड़ता है। ऐसे में इस क्षेत्र को वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान व्यवस्था के लिए आत्मनिर्भर बनाने और इसके भौगोलिक तथा आर्थिक विकास के लिए नगर पंचायत का दर्जा दिलाने की प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि शुकतीर्थ को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर डीएम को सौंपा गया है। नगर पंचायत के गठन के लिए 20 हजार परिवारों की आबादी होना आवश्यक है। इसके लिए शुकतीर्थ बांगर, शुकतीर्थ खादर और फिरोजपुर सहित पांच गांवों को मिलाकर नगर पंचायत बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। शासन की स्वीकृति मिली तो शुकतीर्थ जिले की 11वीं नगरीय निकाय के रूप में स्थापित होगी।